सरकारी नौकरी पाना आज कितना मुश्किल हो गया है ये कौन नहीं जानता है। हर तरह की सरकारी नौकरी के लिए आज भारत में एडमिशन टेस्ट देना होता है। अधिकांश छात्रों अपनी ग्रेजुएशन के बाद किसी भी सरकारी परीक्षा दे सकते हैं।

भारत में सरकारी नौकरियों को लेकर युवाओं में कुछ ज्यादा ही आकर्षण है क्योंकि सामाजिक प्रतिष्ठा और एक आसान लाइफ के कारण सरकारी नौकरी पाना बहुत ही जरूरी हो जाता है। हर साल इन प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं के लिए आने वाले उम्मीदवारों की संख्या बढ़ती जा रही है।

आज हम आपको बताते हैं कि सरकारी नौकरी के लिए हमारे देश में लिए जाने वाली परीक्षाओं में से सबसे कठिन कौनसी परीक्षाएं हैं।

सिविल सर्विस-

संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा देश की सबसे कठिन परीक्षा है। इसे दुनिया की भी सबसे कठिन प्रवेश परीक्षाओं में से एक माना जाता है। हर साल, यूपीएससी परीक्षा के जरिए केन्द्रीय सेवाओं जैसे आईएएस, आईपीएस और आईएफएस जैसी पोस्ट पर उम्मीदवारों की भर्ती की जाती है। मान्यता प्राप्त बोर्ड से किसी भी स्ट्रीम में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल कर आप इस परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं।

यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन (नेट परीक्षा)-

यह परीक्षा स्कूल और कॉलेज लेवल के लेक्चरार और जूनियर रिसर्च फैलो6शिप (जेआरएफ) के उम्मीदवारों के लिए आयोजित की जाती है। यह सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाती है क्योंकि कई छात्र अपने चौथे या पांचवें प्रयास में भी इस परीक्षा में पास नहीं हो पाते हैं।

एसएससी- कंबाइंड ग्रेजुएशन लेवल (सीजीएल)

एसएससी सीजीएल स्टाफ सेलेक्शन कमीशन द्वारा आयोजित करवाई जाती है। औसतन, बीस लाख से अधिक उम्मीदवार सीजीएल परीक्षा के लिए उपस्थित होते हैं जो सरकारी मंत्रालयों और विभागों में विभिन्न पदों पर भर्ती के लिए आयोजित की जाती है।

आईबीपीएस/एसबीआई-

साल 2011 के बाद से ही बैंक नौकरियों का क्रेज काफी बढ़ा है जिसके कारण हर साल बीस हजार से अधिक प्रोबेशनरी अधिकारियों और क्लर्कों की भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी किए जाते हैं। औसतन, बीस लाख से अधिक इच्छुक आईबीपीएस पीओ के लिए आवेदन करते हैं।

नेशनल डिफेंस एकेडमी (एनडीए)-

यह परीक्षा भी संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा आयोजित की जाती है। इस परीक्षा के जरिए उम्मीदवारों को सेना, वायु सेना और नौसेना के पदों पर भर्ती किया जाता है। यह परीक्षा साल में दो बार आयोजित की जाती है।

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